खुशियां हर जगह मिल जाएंगी , हमको अपने परिवार सी। खुशियां हर जगह मिल जाएंगी , हमको अपने परिवार सी।
जागती रहना तुम बरगद के पेड़ के पास, फिर ठिकाना होगा अपना संभल के रहना तुम, उस बरगद जागती रहना तुम बरगद के पेड़ के पास, फिर ठिकाना होगा अपना संभल के रहना त...
इतनी अब विकट परिस्थिति है कैसे लिख दूँ तुझे प्यार प्रिये। इतनी अब विकट परिस्थिति है कैसे लिख दूँ तुझे प्यार प्रिये।
मार्ग हो या न हो धूप हो या छाँव हो रहूँगा सदा मैं तत्पर मार्ग हो या न हो धूप हो या छाँव हो रहूँगा सदा मैं तत्पर
तुझसे ज्यादा नही माँगती हूँ बस मुझे यूँ ही चाहते रहना, तुझसे ज्यादा नही माँगती हूँ बस मुझे यूँ ही चाहते रहना,
राहू केतु के मंशाओं को ना हम कभी बढ़ने देंगे ! राहू केतु के मंशाओं को ना हम कभी बढ़ने देंगे !